हरियाणा भूलेख, Haryana Bhulekh Jamabandi Nakal Khasra Khatoni Bhu Naksha Land Record Details Check Online @jamabandi.nic.in
हरियाणा भूलेख
हरियाणा सरकार की एक अनूठी पहल के तहत अब नागरिकों को एक विशेष प्रकार की सुविधा प्रदान करने का तरीका निकाला है ।राज्य सरकार ने नागरिकों भूलेख संबंधी सारी ब्योरा की जानकारी के लिए ऑनलाइन पोर्टल (jamabandi.nic.in) प्रारंभ किया है ।इसके माध्यम से नागरिकों को अपनी अधिकृत भूमि की समस्त जानकारी ऑनलाइन प्राप्त हो सकेगी। जिससे आपको सरकारी कार्यालय में भटकना नहीं पड़ेगा।
Haryana Bhulekh Portal – इस पोर्टल के अंतर्गत व्यक्ति को अपनी जमीन से संबंधी जानकारी सुरक्षित होने के साथ ही इससे संबंधित जानकारी अन्य कोई किसी भी प्रकार से चुरा लेना असंभव की बात होगी ।इसके अतिरिक्त आप इस पोर्टल के माध्यम से अपनी जमीन का नक्शा चंद मिनटों में देखने के साथ ही डाउनलोड भी कर सकते हैं।
हरियाणा भूलेख जमाबंदी नकल
जमीन से संबंधित किसी भी कार्य को पूर्ण करने के लिए सर्वप्रथम हमें अपनी अधिकृत जमीन के बारे में संपूर्ण जानकारी होना नितांत आवश्यक है। कानूनी रूप से हम अपनी जमीन के लिए विशेष तरह के नाम अथवा संख्या दी जाती है। इसके साथ ही उसके नाम कुछ अलग होने के नाते हमें इसकी पूर्ण रूप से जानकारी नहीं होती है। मूल रूप से यह नाम अधिकांशतः अलग अलग राज्य के द्वारा अलग अलग भूलेख एवं कानूनों के आधार पर रखे जाते हैं ।
जैसा कि हमें ज्ञात है ,कि भारत सरकार ने इस तरह से मामले को समाधान निकलने के लिए जमीनों की संख्या नंबर आपको दिया जायेगा ,उसके उपरांत उसी उसी के माध्यम से आपकी अधिकृत जमीन का आकलन किया जाता है। ।इसी प्रकार उस संख्या के द्वारा कानूननी दस्तावेज भी प्रमाण के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। इसके साथ ही जमीन संबंधी बाकी प्रक्रिया इसी संख्या निर्धारण से संबंधित है।
हरियाणा भूलेख खसरा क्या है
खसरा राजस्व विभाग के द्वारा प्रमाणित किया हुआ एक डाक्यूमेंट्स होता है। इसका मूल रूप से उपयोग भारत के किसी भी हिस्से से संबंधित खेतिहर भूमि एवं फसल की समस्त जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके अतिरिक्त इसका उपयोग शजरा नाम का एक अन्य दस्तावेज होता है ।जो सामान्य तौर पर गांव की भूमि पर आधारित मैप होता है ।इसमें स्थान विशेष के साथ ही भौगोलिक परिस्थितियों का विवरण होता है इतना ही नहीं खसरा के माध्यम से भारत के भौगोलिक हिस्सों की खोजबीन भी की गई, भारत के इतिहास को समझने में खसरा बेहद महत्वपूर्ण रहा है।
हरियाणा भूलेख खतौनी क्या है
खतौनी का प्रयोग एक कानूनी दस्तावेज के रूप में करते हैं यह एक प्रकार से अधिकृत भूमि के अभिलेख के रूप में मानी जाती है। इसमें व्यक्ति की अधिकृत भूमि का विवरण होता है। इस विवरण को पटवारी तैयार करता है। पटवारी की मदद ली जाती है ।इसमें किसी क्षेत्र विशेष जमीन का संपूर्ण विवरण होता है ।इसके साथ ही क्षेत्र कि मदो पर आधारित अलग रूप से बही होती है। खतौनी को स्थान विशेष अलग अलग खाते का विवरण देने वाली बही होती है ।
खतौनी का विशेष महत्व होता है ।इसके माध्यम से किसी स्थान विशेष की स्थिति का संपूर्ण जानकारी पटवारी के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है। खसरा का प्रयोग सामान्य तौर पर किसी स्थान विशेष के क्षेत्र एवं उसके एरिया की नाप अधिकृत भूमि का स्वामी एवं खेती का कार्य किस कृषक के द्वारा की जाती ।है खेतों में कौन सी फसल उगाई जाती है इस प्रकार भूमि में किस प्रकार की मिट्टी है इसके साथ ही किस प्रकार की वनस्पति उस क्षेत्र में लगे हैं। क्षेत्र की स्थिति के साथ ही क्षेत्रफल एवं वातावरण की संपूर्ण रूप से जानकारी खसरा में मौजूद होती है।